उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test (UPTET)) द्वारा आयोजित UPTET की परीक्षा का आयोजन 26 November 2021 को किया गया। इस पोस्ट में आज हुए प्रश्नपत्र संस्कृत/ Sanskrit को उपलब्ध है।
The UPTET exam conducted by the Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test (UPTET)) was conducted on 23 January 2022. In this post the answer key of today’s question paper Sanskrit is available.
परीक्षा (Exam) : UPTET (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test (UPTET))
परीक्षा आयोजक (Organized) : Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test (UPTET)
कुल प्रश्न (Number of Question): 30
Paper Set: A
Paper Language: Hindi/English
UPTET Exam Paper -1 Sanskrit Answer key (23 January 2022)
61. ‘मैं ऐसा मानता हूँ’ का अनुवाद होगा
(1) अहम् एवं मान्ये
(2) अहम् एवं मानयामि
(3) अहम् एवं मन्ये
(4) अहम् एवं मानामि
62. “मैं बाजार जाता हूँ’ का संस्कृत में कर्मवाच्य वाक्य होगा
(1) अस्माभिः आपण गम्यते
(2) मह्यं गम्यते आपणम्
(3) मया आपणं गम्यते
(4) अहं आप गच्छामि
63. पच् धातु का ‘क्त’ प्रत्यय लगकर रूप बनेगा
(1) पाक:
(2) पक्त:
(3) पक्व:
(4) पचितः
64. पञ्चनवति संख्या है
(1) 905
(2) 590
(3) 95
(4) 59
65. अव्यय शब्दसमूह है
(1) नमः, सहयेष्ठ:
(2) सर्वत्र अधुना, उपरि
(3) अत्र तत्र वस्य
(4) स , ते, यूयम्
66. बाह्य प्रयत्नों की संख्या है
(1) आठ
(2) ग्यारह
(3) पाँच
(4) दो
67. ‘मनोरथ: उदाहरण है
(1) प्रकृतिभाव का
(2) विसर्ग सन्धि का
(3) व्यञ्जन सन्धि का
(4) स्वर सन्धिका
68. दार के कर्म के द्वारा कर्ता को सन्तुष्ट करने वाला सम्प्रदान एक का सूत्र है
(1) स्टेप्सित
(2) रूच्यर्थानां प्रीयमाणः
(3) कर्मणा यमभिप्रैति सः सम्प्रदानम्
(4) चतुर्थी सम्प्रदाने
69. अन्त:स्य वर्ग है
(1) विसर्ग तथा अनुनासिक
(2) यण (य् व् र् ल्)
(3) अणु (अ इ उ)
(4) श् ष् स् ह्
70. मुझे संस्कृत अच्छी लगती है इसका संस्कृत में अनुवाद क्या है?
(1) मया संस्कृतं रोचते।
(2) मह्यं संस्कृतं रोचते
(3) माम् संस्कृतं रुचिकरम् ।
(4) अहं संस्कृतं भाति ।
71. संस्कृत साहित्य में किस कवि की रचना को ‘विद्धदौषधम् कहा गया है?
(1) श्रीहर्ष
(2) कालिदास
(3) भास
(4) भारवि
प्रस्तुत गद्यखण्ड के आधार पर प्रश्न सं. 72 से 74 तक के प्रश्नों के सही उत्तर दीजिए।
अधोलिखित गद्यांशं पठित्वा प्रश्नान् उत्तरत् ।
एकस्मिनक्सरे कदाचित लक्ष्मी: पार्वतीम् अवदत् प्रेम्बा”गौरस्वपत्युः नाम उच्यताम् । अन्यथा अहं क्रीडाब्जेन ताइयेयम् इति । तदा पार्वती अवदत् “मम पत्युः नाम शिवः” इति शिवपदस्य अन्यार्थः शृगालः इत्यर्थं मत्त्वा लक्ष्मी अपृच्छत् भवत्याः कतिः शृगालः ?” इति। “मम पतिः स्थाणुरिति निर्दिश्यते’ इति उक्तवर्ती पार्वती लक्ष्मीः अवदत् किं सः स्तम्भः इति “सः अस्ति पशुपतिः” इति अवदत् पार्वती “तन्ताम सः चारयति इत्यर्थः” इति अवदत् लक्ष्मीः। एतादृशः लक्ष्मी-पार्वत्य संलापः सर्वेषां ममलाम भवतु ।
72.. शिवपवस्य अन्यार्थः कः ?
(1) पशुः
(2) स्थाणुः
(3) शृगाल:
(4) स्तम्भः
73. गद्यखण्डे कया प्रश्नः पृच्छ्यते ?
(1) दुर्गया
(2) लक्ष्म्या
(3) पार्वत्या
(4) गौर्या
74. कयो: संलाप: सर्वेषां मङ्गलाय भवतु ?
(1) गौर्या:
(2) लक्ष्मी-पार्वत्योः
(3) पार्वत्याः
(4) लक्ष्म्याः
75. इनमें से कौन प्रत्याहार नहीं है ?
(1) ल
(2) र
(3) हल्
(4) अल्