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Rajasthan

राजस्थान की चित्रकला (भाग – I)

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राजस्थान की चित्रकला (भाग – I) Painting of Rajasthan (Part – I) 7-15 वीं सदी में अजंता शैली का प्रभाव था। 15 वीं सदी में मुग़ल शैली का प्रभाव था। 17-18 वीं सदी राजस्थानी चित्रकला का स्वर्णकाल था। चित्रकला का नामकरण –  हिन्दू शैली –… Read More »राजस्थान की चित्रकला (भाग – I)

राजस्थान की हस्तकला/ लोककला (भाग – 4)

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राजस्थान की हस्तकला/ लोककला (भाग – 4) Handicraft/Folk Art of Rajasthan (Part – 4) फूलकारी –  फूलकारी नाथद्वारा राजसमन्द की है। फूलकारी को भौगोलिक चिन्हीकरण में शामिल किया गया है। चुनरी – ओढ़नी में बनने वाला बूंदाकार डिज़ाइन चुनरी कहलाती है। धणक – ओढ़नी में… Read More »राजस्थान की हस्तकला/ लोककला (भाग – 4)

राजस्थान की हस्तकला/ लोककला (भाग – 3)

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राजस्थान की हस्तकला/ लोककला (भाग – 3) Handicraft/Folk Art of Rajasthan (Part – 3) मिरर वर्क – इसका प्रमुख केंद्र चौहटन (बाड़मेर) में है। चौहटन गौंद उत्पादन के लिए भी प्रसिद्ध है। कपड़े पर काँच की कशीदाकारी करने को मिरर वर्क कहा जाता है। मिरर… Read More »राजस्थान की हस्तकला/ लोककला (भाग – 3)

राजस्थान की हस्तकला/ लोककला (भाग – 2)

राजस्थान की हस्तकला/ लोककला (भाग – 2) Handicraft/Folk Art of Rajasthan (Part – 2) पेचवर्क / चटापटी / रफू – इसका प्रमुख केंद्र शेखावटी है। इसका कार्य जैसलमेर में भी होता है। इसकी प्रमुख कलाकार शशि झालानी (जयपुर) की है। एक कपड़े पर दुसरे कपड़े… Read More »राजस्थान की हस्तकला/ लोककला (भाग – 2)

राजस्थान की हस्तकला/ लोककला

राजस्थान की हस्तकला/ लोककला Handicraft/Folk Art of Rajasthan हस्तकला –  राजस्थान की 11 हस्तकलाओं को भौगोलिक चिन्ह्निकरण में शामिल किया गया है। बीकानेरी भुजिया फुलकारी (नाथद्वारा) सांगानेरी प्रिंट बगरू प्रिंट ब्लू पॉटरी थेवा कला कोटा डोरिया साड़ी मकराना मार्बल पोखरण पॉटरी टेराकोटा कला कठपुतली  … Read More »राजस्थान की हस्तकला/ लोककला

राजस्थान के क्रांतिकारी

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राजस्थान के क्रांतिकारी Revolutionaries of Rajasthan अमरचंद बाठिया- अमरचंद बाठिया का जन्म 1793 ई. में बीकानेर में हुआ था। कुछ समय पश्चात अमरचंद ग्वालियर जा रहने लगे थे। वहाँ लोग इन्हें ग्वालियर सेठ कहने लगे थे। 1857 की क्रांति के समय अमरचंद ने लक्ष्मीबाई की… Read More »राजस्थान के क्रांतिकारी

राजस्थानी साहित्य का काल विभाजन

राजस्थानी साहित्य का काल विभाजन Time Division of Rajasthani Literature प्राचीन काल (वीरगाथा काल 1050 ई. – 1550 ई.)  पूर्व मध्यकाल (भक्तिकाल – 1450 ई. – 1650 ई.)  उत्तरमध्यकाल (श्रृंगार/रीती/नीतिकाल 1650 ई. – 1850 ई.)  आधुनिककाल (1850 ई. के बाद)  प्राचीन काल (वीरगाथा काल 1050… Read More »राजस्थानी साहित्य का काल विभाजन

राजस्थान का साहित्यिक इतिहास

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राजस्थान का साहित्यिक इतिहास Literary History of Rajasthan  हम्मीर महाकाव्य – हम्मीर महाकाव्य ग्रन्थ नयनचन्द्र सूरी द्वारा रचित काव्य है। हम्मीर महाकाव्य में चौहानों को सूर्यवंशी बताया गया है। इस ग्रन्थ में अलाउद्दीन खिलजी द्वारा रणथम्भौर अभियान की जानकारी मिलती है। नयनचन्द्र सूरी ने इस ग्रन्थ… Read More »राजस्थान का साहित्यिक इतिहास

राजस्थान के किसान आन्दोलन (भाग – II)

राजस्थान के किसान आन्दोलन (भाग – II) Farmers Movement of Rajasthan (Part – II) अलवर किसान आन्दोलन (1924) –  यहाँ के शासक जयसिंह ने जंगली सुअरों को मारने में पाबंधी लगे थी। किसान जंगली सुअरों से काफ़ी परेशान हो गये थे क्यूंकि जंगली सुअर फसल… Read More »राजस्थान के किसान आन्दोलन (भाग – II)

राजस्थान के किसान आन्दोलन (भाग – I)

राजस्थान के किसान आन्दोलन (भाग – I) Farmers Movement of Rajasthan (Part – I) राजस्थान में किसानों पर 84 प्रकार के कर लगाये जाते थे। इन्हीं में से प्रमुख ये चार प्रकार के कर लगाये जाते थे। कुंता  लाटा चंवरी कर तलवार बंधाई  कुंता कर… Read More »राजस्थान के किसान आन्दोलन (भाग – I)

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